आज प्रभात जात मारग में...

आज प्रभात जात मारग में,  सुगन  भयो फल फलित जसोदा के ।
मंगल निध जाके भवन बिराजत,  इत आनद अंग अंग प्रमदा के ।। १ ।।
सीतल सुवास अवासन महियां,  मंगल गीत गावत मिल सखियां ।
परमानंद निरखि मोहन  मुख,  हरख  हीये  सीतल  भई  अखियां ।। २ ।।

No comments:

Post a Comment