प्रात: समय हरि नाम लीजिये...

प्रात: समय   हरि नाम  लीजिये,  आनंद मंगल में दिन जाय ।
चक्रपाणि   करुणामय   केशव,   विघ्न  विनाशन  यादवराय ।। १ ।। आनंद...
कलिमलहरण   तरणभवसागर,   भक्त चिंतामणि कामधेनु ।
ऐसो   समर्थ   नाम  हरि को    वन्दनिक    पावन    पद   रेणु ।। २ ।। आनंद...
शिव विरंचि इन्द्रादि देवता, मुनिजन करत है नाम की आस ।
भक्त वत्सल हरि  नाम  कल्पतरु,  वरदायक  परमानंददास ।। ३ ।। आनंद...

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