बेनु बजावत, गोधन गावत..

बेनु बजावत, गोधन गावत, ग्वारन के संग गोमधि आयो ।
बांसुरी में उन मेरो नाम लै , साथिन के मिस टेरि सुनाय़ो ।। 1 ।।

ए सजनी, सुनि सास के त्रासनि, नंदके पास उसासनि आयो ।
केसी करों रसखानि तहीं चित चेन नहीं, चित चोर चुरायो ।। 2 ।।

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