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देव दिवारी शुभ एकादशी...
देव दिवारी शुभ एकादशी हरि प्रबोध किजेहो आज |
निद्रा तजो उठो हो गोविन्द सकल विश्वहित काज || १ ||
घरघर मंगल होत सबनके ठोरठोर गावत व्रजनारी |
परमानंद दासको ठाकुर भक्त हेत लीला अवतारी || २ ||
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