चलरी सखी नंदगाम जाय वसिये |
खिरक खेलत व्रजचंदसों हसिये || १ ||
वसें बेठन सबे सुख माई |
एक कठिन दू:ख दूर कन्हाई || २ ||
माखन चोरे दूर दूर देखूं |
जीवन जन्म सुफल कर लेखुं || ३ ||
जलचर लोचन छिन छिन प्यासा |
कठिन प्रीति परमानंददासा || ४ ||
खिरक खेलत व्रजचंदसों हसिये || १ ||
वसें बेठन सबे सुख माई |
एक कठिन दू:ख दूर कन्हाई || २ ||
माखन चोरे दूर दूर देखूं |
जीवन जन्म सुफल कर लेखुं || ३ ||
जलचर लोचन छिन छिन प्यासा |
कठिन प्रीति परमानंददासा || ४ ||
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