फूलन के महेल बने, फूलन वितान तने, फूलन के छाजे झरोखा, फूलन की किंवार है ।
फूलन की गादी गूंथी, तकिया फूलन के, बैठे श्याम श्यामा, शोभित अपार है ।। 1 ।।
फूलन के बसन, आभूषण बिराजें, फूलन के फोंदा फूल, उर हार हैं ।
नंददास प्रभु फूले, निरखत सुधिबुधि भूले, शुकदेव नारद शारद, रटत वारंवार हैं ।। 2 ।।
फूलन की गादी गूंथी, तकिया फूलन के, बैठे श्याम श्यामा, शोभित अपार है ।। 1 ।।
फूलन के बसन, आभूषण बिराजें, फूलन के फोंदा फूल, उर हार हैं ।
नंददास प्रभु फूले, निरखत सुधिबुधि भूले, शुकदेव नारद शारद, रटत वारंवार हैं ।। 2 ।।
No comments:
Post a Comment